मध्य प्रदेश में इंदौर के शासकीय डेंटर काॅलेज में पदस्थ डॉ. कुलदीप सिंह राणा बताते हैं कि संदिग्ध मरीजों को अलग-अलग केंद्रो में रखा गया है। दो-दो डॉक्टरों की पांच टीमें बनाई हैं। इन टीमों ने एक ही दिन में 180 लोगों के सैंपल इकट्ठा किए। डॉक्टर को सैंपल गले और नाक से लेना होता है। ऐसा करने में हम लोग मरीज के सीधे संपर्क में आते हैं। इसके लिए सभी डॉक्टर को ट्रेनिंग के साथ किट, एन-95 मास्क और सैनिटाइजर दिया गया है। रानीपुरा में डॉक्टरों के साथ बुरे बर्ताव के बाद हमारी टीमें डरी हुई थीं, लेकिन इस बीमारी के खिलाफ लड़ने के जज्बे के कारण हमने सभी का सैंपल लिया।
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